Friday, 7 April 2017

देश में अशांति का कारन |

राम राम | सीताराम | राम राम |

एक घर परिवार बहुत ख़ुशी से रहता था | उसका पडोसी बड़ा दुष्ट था | उसने बच्चे को पढ़ाना शुरू किया | उसने एक टीचर से पढ़वाना शुरू किया | तुम्हारा बाप ख़राब है तेरा भाई ख़राब तुम अच्छे कपडे नहीं पहनते हो | तुम्हे बढ़िया घर नहीं है | तुम्हे बांग्ला गाड़ी सब नहीं है | तुमपर बहुत जुल्म हो रहा है | अब घर में कलह शुरू हुआ | घर में दीवारे बन गयी | बंटवारा हो गया | पडोसी बच्चो के घर में रहने लगा | बच्चों की पिटाई मार और उसका सब चीज पडोसी ने लिया | धीरे धीरे एक तरफा व्यापार शुरू हो गया | व्यापार से संपत्ति को धीरे धीरे लूट लिया |
यह भारत की कहानी है | एक पडोसी अरब (मुग़ल ) ने बच्चो को इस्लामियत सिखाया | ईरान इंडोनेशिया अफगानिस्तान पाकिस्तान बनाया |
अब वामपंथी बुद्धिजीवी पढ़ा रहे है बच्चे हल्ला कर कश्मीर केरल बंगाल आसाम हैदराबाद नागालैंड बना चुके है | अभी केवल बंटवारा नहीं हुआ है |
अब टीचर भी बढ़ गए है | ईसाई मिसिनरी और इस्लाम के वामपंथी बुद्धिजीवी टीचर पढ़ा रहे है | वामपंथी शिक्षक को ईसाई और इस्लाम के धर्म परिवर्तन करवाने वालो से मोटी रकम मिलता है |

पश्चिमी देशो की यूनिवर्सिटी में ईसाई मिशनरी का बोलबाला है | जो हिन्दू धर्म को बदनाम करती है | वहां हिन्दू धर्म को बारे में सुनियोजित तरीके से भगवान् को काल्पनिक और धर्म ग्रन्थ को झूठा बताया जाता है | इस झूठ के कारन युवा धर्म के विरुद्ध हो जाते है |

जो युवा पढ़ाई और रोजगार करने विदेश जाते है | उनका ये ईसाई मिशनरी वाले ब्रेनवाश कर देते है | युवा को ईसाईयत पढ़ा दिया जाता है | जिससे ये अपने धर्म देश और समाज को छोटा समझने लगते है | 
आज बहुत सारा भारतीय संसंथान में इन धर्म परिवर्तन वालो का बोलबाला है |
इस्लाम और ईसाई धर्म परिवर्तन वाले वामपंथी बुद्धिजीवी ,मिडिया, समाचार पत्र, प्रोफेशर को एक मोटी रकम देते है | इस रकम के बदले ये लोग दिन रात भारत और हिन्दू को ख़राब बुरा भला कहते रहते है | ये हिन्दू की खराबी दिखते है | जनता में असंतोष बढ़ाते है | धर्म को झूठा और बदनाम करते है |धर्म को झूठा और काल्पनिक बोलकर ब्रेन वाश करते है |
रोजी रोटी कमाने के लिए पढ़ाई करने वाले युवा धर्म और देश के ही विरुद्ध हो जाते है | धर्म छोड़कर ये उग्र बन जाते है | इनका जिंदगी से देश और धर्म सब ख़त्म हो जाता है | जिंदगी में अँधेरा हो जाता है |
जब तक आप खुद पर विश्वास नहीं करते, तब तक आप भगवान पर भी भरोसा नहीं कर सकेंगे। - स्वामी विवेकानंद
ज्ञातव्य :सनातन धर्मी (जैन बौद्ध सिख हिन्दू ) अच्छे बच्चे बंटवारा नहीं चाहते | हम लोग सिर्फ ईसाई और इस्लाम की झूठ वामपंथ द्वारा लिखी इतिहास पढ़ रहे है | जो भारत के इतिहास को ख़राब और धर्म को झूठा कहा है
वामपंथी किसी धर्म को नही मानते है धर्म त्याग कर नक्सल माओवाद और उग्रवादी क्यों बनते है जिसने राम को भुला दिया उसने सब अपना सब खो दिया ।

वामपंथी के गुरुदेव मार्क्सवादी विचार धारा के प्रणेता " कार्ल मॉर्क्स " के अनुसार -
1.) धर्म लोगों का अफीम है !
2.) लोगों की ख़ुशी के लिए पहली आवश्यकता धर्म का अंत है !
तथा
3.) धर्म मानव मस्तिष्क जो न समझ सके उससे निपटने की नपुंसकता है !
देश में फैली निराशावाद का और वामपंथी नाश के कारन "कार्ल मॉर्क्स" का विचार ही है । अतः आप जान गए है । रूस , चीन, भारत हर जगह इस तरह के विचार से मार्क्सवाद ने धर्म का हानि किया । हर जगह से वामपंथी नष्ट हो गए । अब सिर्फ भारत में है और अंत की ओर जा रहे है ।
राम ही जीवन का आधार है । राम ही प्राण है । राम का साथ छोड़ने से राम नाम सत्य हो जता है ।

जिसने राम को पा लिया उसको सब मिल गया । राम का विरोध करने वाले को शांति नही मिलती है । राम द्रोही अशांत होकर निराशावादी हो जाते है । उसके बाद वो अंत की तरफ बढ़ जाते है ।
बोलो जय श्री राम । सीताराम ।

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