क्या आर्य हिन्दू विदेशी है ?
उत्तर : नहीं
एशिया और यूरोप को अंग्रेजी में यूरेसिया हिंदी (आर्याव्रत) कहते है |
यूरेशिया में एशिया |
एशिया में भारत है | कावेरी नदी भारत में है |
आर्य का जन्म कावेरी नदी के किनारे गोंडवाना लैंड के पास हुआ !
यूरेसिया (यरोप+एशिया) | एशिया में भारत |
भारत में कावेरी नदीके गोंडवाना लैंड में जन्मे आर्य स्वदेशी है |
कावेरी नदी के किनारे से ही मानव (मनु के संतान - मनुष्य) सभ्यता का जन्म और विकास हुआ था |
आर्य शब्द का अर्थ विशिष्ट तथा श्रेष्ठ गुण जन है। आर्यो के आक्रमण से संबंद्धित सिद्धांत औपनिवेशिक भारत के दुष्परिणामों में से एक है। ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा प्रायोजित विद्वानों ने बलपूर्वक आर्य शब्द के जातीय संदर्भ ढूंढ़कर द्रविड़ के सामने खड़ा किया। उत्तर-दक्षिण तथा निम्न उच्च आदि विवाद भारत की अखंडता के लिए खतरा हैं।
हिंदी शब्द के अंग्रेजी और संस्कृत में समानार्थक शब्द
पृथ्वी:
अर्थ EARTH = पृथ्वी
आर्याव्रत :
यूरेसिया (यरोप+एशिया) EURASIA ( Europe + Asia ) = आर्याव्रत
जम्बू द्वीप :
एशिया = जम्बू द्वीप
भारतबर्ष:
ईरान + अफगानिस्तान+पाकिस्तान+नेपाल +भारत +म्यांमार +भूटान +बंग्लादेश + श्रीलंका = भारतबर्ष
हिन्दुस्तान
इंडिया = हिन्दुस्थान
क्या ब्राह्मण ने जाती प्रथा प्रारम्भ किया ?
उत्तर : नहीं
राजा भोज ने हिन्दू को कार्य बांटा था जिसे मुगलो ने चालाकी से जाती प्रथा बना दिया | अंग्रेज , कांग्रेस और वामपंथी बुद्धिजीवी ने जहर घोल कर विषाक्त कर दिया |
क्या आप बता सकते हो की आप के पूर्वज किस जाती से थे शायद नहीं मुग़ल के पहले जाती प्रथा नहीं थी | एक बात तो पक्की है आप के पूर्वज वीर हिन्दू थे कायर नहीं और गुलाम नहीं | अरब वाले सिर्फ कनवर्टेड मुस्लिम को गुलाम मानते है | भारत में बहुत सारे राज्य थे | जिसमे मुग़ल का शासन नहीं था | स्वतंत्र थे | कभी मुग़ल की गुलामी नहीं की | जाती प्रथा के लिए सब जिम्मेवार है | केवल ब्राह्मण नहीं | छुवा छूट सिर्फ ब्राह्मण नह करते थे | सब हिन्दू करते थे | कसाई और गंदगी पेशा के कारन सब छुवा छूत करते थे | मुग़ल ने इनको प्रताड़ित करके चंवर वंशीय को चमड़ा छिलवा कर अपमानित किया | हिन्दू तो चमड़े का इस्तेमाल नहीं करते थे | खड़ाऊं करते थे | मंदिर में आज भी बेल्ट जूता खोल के जाते है |
औरंगजेब का अत्याचार की कोई सीमा नही था | उसका अत्याचार दिनों दिन बढ़ता गया | वह रोज ढाई मन जनेऊ न जला लेता था तब तक उसे नींद नहीं आती थी l
औरंगजेब अपने शासन के आखिरी बर्षो में रोज ढाई मन जनेऊ जला कर ब्राह्मण क्षत्रिय को गुलाम बना कर अछूत(मैला चमड़ा) काम करवाता था |
आप इसी बात से अंदाजा लगा सकते हैं की ढाई मन जनेऊ एक दिन में जलाने से कितने हिन्दुओं को मारा सताया जाता होगा और कितने बड़े स्तर पर धर्म परिवर्तन किया जाता होगा, कितनी ही औरतों का शारीरिक मान मर्दन किया जाता होगा और कितने ही मन्दिरों तथा प्रतिमाओं का विध्वंस किया जाता होगा |वर्तमान के पाकिस्तान ईरान अफगानिस्तान बंग्लादेश जो भारत के अंग थे मुगलो ने अत्याचार कर धर्मपरिवर्तन करवाया था | आततायी औरंगजेब प्रतिदिन शाम में ढाई मन जनेऊ जलाते थे | जनेऊ पहनने पर यातना देते थे | इसलिए उपनयन संस्कार बंद और मैला चमड़ा के कारोबार में ब्राह्मणो वैश्यों क्षत्रियो को लगाया गया जिससे अछूत बने | हमारे वीर पूर्वज हिन्दू ( ब्राह्मण क्षत्रिय वैस्य शूद्र ) अछूत बने लेकिन धर्म नहीं त्यागा |
Eurasia /jʊˈreɪʒə/ is a combined continental landmass of Europe and Asia.[2][3][4] The term is a portmanteau of its constituent continents (Europe & Asia). Located primarily in the Northern and Eastern Hemispheres, it is bordered by the Atlantic Ocean to the west, the Pacific Ocean to the east, the Arctic Ocean to the north, and by Africa, the Mediterranean Sea, and the Indian Ocean to the south.[5] The division between Europe and Asia as two different continents is a historical and cultural construct, with no clear physical separation between them; thus, in some parts of the world, Eurasia is recognized as the largest of five or six continents.[4] In geology, Eurasia is often considered as a single rigid megablock. However, the rigidity of Eurasia is debated based on the paleomagnet data.[6][7]
उत्तर : नहीं
एशिया और यूरोप को अंग्रेजी में यूरेसिया हिंदी (आर्याव्रत) कहते है |
यूरेशिया में एशिया |
एशिया में भारत है | कावेरी नदी भारत में है |
आर्य का जन्म कावेरी नदी के किनारे गोंडवाना लैंड के पास हुआ !
यूरेसिया (यरोप+एशिया) | एशिया में भारत |
भारत में कावेरी नदीके गोंडवाना लैंड में जन्मे आर्य स्वदेशी है |
कावेरी नदी के किनारे से ही मानव (मनु के संतान - मनुष्य) सभ्यता का जन्म और विकास हुआ था |
आर्य शब्द का अर्थ विशिष्ट तथा श्रेष्ठ गुण जन है। आर्यो के आक्रमण से संबंद्धित सिद्धांत औपनिवेशिक भारत के दुष्परिणामों में से एक है। ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा प्रायोजित विद्वानों ने बलपूर्वक आर्य शब्द के जातीय संदर्भ ढूंढ़कर द्रविड़ के सामने खड़ा किया। उत्तर-दक्षिण तथा निम्न उच्च आदि विवाद भारत की अखंडता के लिए खतरा हैं।
हिंदी शब्द के अंग्रेजी और संस्कृत में समानार्थक शब्द
पृथ्वी:
अर्थ EARTH = पृथ्वी
आर्याव्रत :
यूरेसिया (यरोप+एशिया) EURASIA ( Europe + Asia ) = आर्याव्रत
जम्बू द्वीप :
एशिया = जम्बू द्वीप
भारतबर्ष:
ईरान + अफगानिस्तान+पाकिस्तान+नेपाल +भारत +म्यांमार +भूटान +बंग्लादेश + श्रीलंका = भारतबर्ष
हिन्दुस्तान
इंडिया = हिन्दुस्थान
क्या ब्राह्मण ने जाती प्रथा प्रारम्भ किया ?
उत्तर : नहीं
राजा भोज ने हिन्दू को कार्य बांटा था जिसे मुगलो ने चालाकी से जाती प्रथा बना दिया | अंग्रेज , कांग्रेस और वामपंथी बुद्धिजीवी ने जहर घोल कर विषाक्त कर दिया |
क्या आप बता सकते हो की आप के पूर्वज किस जाती से थे शायद नहीं मुग़ल के पहले जाती प्रथा नहीं थी | एक बात तो पक्की है आप के पूर्वज वीर हिन्दू थे कायर नहीं और गुलाम नहीं | अरब वाले सिर्फ कनवर्टेड मुस्लिम को गुलाम मानते है | भारत में बहुत सारे राज्य थे | जिसमे मुग़ल का शासन नहीं था | स्वतंत्र थे | कभी मुग़ल की गुलामी नहीं की | जाती प्रथा के लिए सब जिम्मेवार है | केवल ब्राह्मण नहीं | छुवा छूट सिर्फ ब्राह्मण नह करते थे | सब हिन्दू करते थे | कसाई और गंदगी पेशा के कारन सब छुवा छूत करते थे | मुग़ल ने इनको प्रताड़ित करके चंवर वंशीय को चमड़ा छिलवा कर अपमानित किया | हिन्दू तो चमड़े का इस्तेमाल नहीं करते थे | खड़ाऊं करते थे | मंदिर में आज भी बेल्ट जूता खोल के जाते है |
औरंगजेब का अत्याचार की कोई सीमा नही था | उसका अत्याचार दिनों दिन बढ़ता गया | वह रोज ढाई मन जनेऊ न जला लेता था तब तक उसे नींद नहीं आती थी l
औरंगजेब अपने शासन के आखिरी बर्षो में रोज ढाई मन जनेऊ जला कर ब्राह्मण क्षत्रिय को गुलाम बना कर अछूत(मैला चमड़ा) काम करवाता था |
आप इसी बात से अंदाजा लगा सकते हैं की ढाई मन जनेऊ एक दिन में जलाने से कितने हिन्दुओं को मारा सताया जाता होगा और कितने बड़े स्तर पर धर्म परिवर्तन किया जाता होगा, कितनी ही औरतों का शारीरिक मान मर्दन किया जाता होगा और कितने ही मन्दिरों तथा प्रतिमाओं का विध्वंस किया जाता होगा |वर्तमान के पाकिस्तान ईरान अफगानिस्तान बंग्लादेश जो भारत के अंग थे मुगलो ने अत्याचार कर धर्मपरिवर्तन करवाया था | आततायी औरंगजेब प्रतिदिन शाम में ढाई मन जनेऊ जलाते थे | जनेऊ पहनने पर यातना देते थे | इसलिए उपनयन संस्कार बंद और मैला चमड़ा के कारोबार में ब्राह्मणो वैश्यों क्षत्रियो को लगाया गया जिससे अछूत बने | हमारे वीर पूर्वज हिन्दू ( ब्राह्मण क्षत्रिय वैस्य शूद्र ) अछूत बने लेकिन धर्म नहीं त्यागा |
Eurasia /jʊˈreɪʒə/ is a combined continental landmass of Europe and Asia.[2][3][4] The term is a portmanteau of its constituent continents (Europe & Asia). Located primarily in the Northern and Eastern Hemispheres, it is bordered by the Atlantic Ocean to the west, the Pacific Ocean to the east, the Arctic Ocean to the north, and by Africa, the Mediterranean Sea, and the Indian Ocean to the south.[5] The division between Europe and Asia as two different continents is a historical and cultural construct, with no clear physical separation between them; thus, in some parts of the world, Eurasia is recognized as the largest of five or six continents.[4] In geology, Eurasia is often considered as a single rigid megablock. However, the rigidity of Eurasia is debated based on the paleomagnet data.[6][7]
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Area | 55,000,000 km2(21,000,000 sq mi) |
---|---|
Population | 5,132,000,000 (on 2015, 1 July) [1] |
Population density | 93/km2 (240/sq mi) 3 thousands cunta |
Demonym | Eurasian |
Countries | ~90 countries |
Dependencies | 9 dependencies |
Time zones | UTC−1 to UTC+12 |
कश्मीर में पत्थरबाज इस्लामिक झंडा लेके प्रदर्सन करते है | वामपंथी सेक्युलर कांग्रेस समर्थन करती है | सात लाख ब्राह्मण पंडित मार दिए | कोई मानवाधिकार कोई कानून काम ना आया | मतलब साफ़ है | ये क्या चाहते है | भारत में शरिया लागू हो और हिन्दू मारा जाय |
पाक ,गद्दार और सेक्युलर एक साथ मिलकर युद्ध कर रहा है | वामपंथी और कोंग्रेसी जहाँ सत्ता में है वहां हिन्दू को मार रहे है |
जिस प्रकार कल गद्दार कौम ने बता दिया वो भारत को हारते हुए देखना चाहते है |
वामपंथी ने जिस प्रकार माओवाद नक्सलवाद जैसे बहुत सारे उग्रवादी संगठन बनाये है ये सिर्फ आने वाले खतरे के संकेत है |
कश्मीर केरल बंगाल ह्यदेरबाद JNU यादवपुर में जिस प्रकार पाकिस्तान के झंडे फहराए जाते है | भारतीयों को गाली और तिरंगा राष्ट्रगीत राष्ट्रगान अपमान होता है | ये खतरे के संकेत है |
कश्मीर केरल बंगाल ह्यदेरबाद JNU यादवपुर में जिस प्रकार पाकिस्तान के झंडे फहराए जाते है | भारतीयों को गाली और तिरंगा राष्ट्रगीत राष्ट्रगान अपमान होता है | ये खतरे के संकेत है |
हमें लगता है चीन पाकिस्तान से जब लड़ाई होगी | #गद्दार कौम तलवार लेके हिन्दुओ का सर कलम करने में देर नहीं करेगी |
#गद्दारो कायर सेक्युलरों को देख कर लगता है | हिंदुस्तान जल्द ही गुलाम होगा |
अगर आज भी नहीं जागे तो हमारे आने वाली नस्ले पाकिस्तान का कौमी नारा लगा लगा के ख़ुदकुश हमलावर बनेंगे | हिंदुस्तान बर्बाद होगा एक भी हिन्दू नहीं बचेगा | सीरिया की तरह हालात होंगे | उसके जिम्मेवार होंगे हम |
अगर आज भी नहीं जागे तो हमारे आने वाली नस्ले पाकिस्तान का कौमी नारा लगा लगा के ख़ुदकुश हमलावर बनेंगे | हिंदुस्तान बर्बाद होगा एक भी हिन्दू नहीं बचेगा | सीरिया की तरह हालात होंगे | उसके जिम्मेवार होंगे हम |
जय हिन्द भारत माता की जय |
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